भारत का विस्तार व स्थिति
भारत का विस्तार व स्थिति
- भारत का क्षेत्रफल - 3287263 वर्ग किमी. है (कुल विश्व का 2.4% है) (वर्ग मील में क्षेत्रफल - 1269219.30)
- भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, नेपाल, -भूटान, बांग्लादेश, श्रीलंका, म्यांमार ।
- भारत की तटरेखा - 7516.6 किमी. लम्बी है। स्थलीय सीमा - 15200 किमी.
- भारत का उत्तर से दक्षिण तक विस्तार - 3214 किमी. भारत का पूर्व से पश्चिम तक विस्तार - 2933 किमी.
- भारत के 9 राज्य तटरेखा से लगते हैं (गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आन्ध्रप्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल)
- भारत-पाक सीमा के राज्य / केंद्र शासित प्रदेश - जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, पंजाब, राजस्थान, गुजरात (कुल-4 राज्य)
- भारत-चीन सीमा से लगे भारतीय राज्य - लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखण्ड, सिक्किम, अरूणाचल प्रदेश (5 राज्य)
- भारत-नेपाल सीमा से लगे भारतीय राज्य - उत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश,
- बिहार, सिक्किम, पं. बंगाल (5 राज्य)
- भारत-बांग्लादेश सीमा से लगे भारतीय राज्य - मिजोरम, त्रिपुरा, असम, मेघालय, पं. बंगाल (5 राज्य)
- भारत-म्यांमार सीमा से लगे भारतीय राज्य अरूणाचल प्रदेश, -नागालैण्ड, मणिपुर, मिजोरम (4 राज्य)
- भारत-भूटान सीमा से लगे भारतीय राज्य - सिक्किम, पं. बंगाल, असम, अरूणाचल प्रदेश (4 राज्य)
- भारत की मानक समय रेखा 5 राज्यों से होकर गुजरती है- उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, आंध्रप्रदेश
- भारत से कर्क रेखा होकर गुजरने वाले राज्य - गुजरात, राजस्थान, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखण्ड, पश्चिमी बंगाल, त्रिपुरा, मिजोरम (8 राज्य)
अक्षांश व देशान्तर रेखाएँ
- अक्षांश रेखाएँ - वे काल्पनिक रेखाएँ जो संपूर्ण ग्लोब या पृथ्वी पर पूर्व से पश्चिम या पश्चिम से पूर्व खींची गई है।
- अक्षांश रेखाएँ वृत्त का निर्माण करती है। अक्षांश रेखाओं की कुल संख्या - 181 है।
- 0° अक्षांश रेखा - भूमध्य रेखा या विषुवत रेखा कहलाती है।
- भूमध्य रेखा सबसे लंबी अक्षांश रेखा होती है।
- रेखाओं की लंबाई- विषुवत रेखा या भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर निरंतर घटती जाती है- दो अक्षांश रेखाओं के मध्य 111 किमी. की दूरी होती है।
- 23 उत्तरी अक्षांश रेखा - कर्क रेखा तथा दक्षिणी 23 दक्षिण अक्षांश रेखा - मकर रेखा कहलाती है।
- 66 दक्षिण अक्षांश रेखा आर्कटिक वृत्त तथा 66 दक्षिणी अक्षांश रेखा- - अंटार्कटिक वृत्त कहलाती है। देशांतर रेखाएँ - वे काल्पनिक रेखाएँ जो उत्तरी ध्रुव को दक्षिणी ध्रुव से है।
- देशांतर रेखाएँ अर्द्धवृत्त का निर्माण करती है। देशांतर रेखाओं की कुल संख्या - 360 है.
- दो देशांतर रेखाओं के मध्य 4 मिनट का अंतर होता है।
- दो देशांतर रेखाओं के मध्य 111.3 किमी. की दूरी होती है।
- 0° देशांतर रेखा इंग्लैण्ड के ग्रीनविच स्थान से होकर गुजरती है। इसे अंतर्राष्ट्रीय समय रेखा (International Time Line) कहा जाता है।
- 180° पूर्वी देशांतर व 180° पश्चिमी देशांतर रेखा वस्तुतः दोनों एक ही रेखा है। इसे अंतर्राष्ट्रीय तिथि रेखा (International Date Line) कहा जाता है।
- भारत की मानक समय रेखा - 82 1/2 पूर्वी देशांतर रेखा
- संपूर्ण पृथ्वी को 24 समय कटिबंधों में बाँटा गया है। सोवियत संघ में 11 मानक समय है।
- किसी स्थान पर सूर्य जब आकाश में सबसे अधिक ऊँचाई पर होता है दिन के 12 बजते हैं इस समय को वहाँ का स्थानीय समय कहते हैं।
- दो देशांतर रेखाओं के बीच की दूरी "गोरे" नाम से जानी जाती है। 0° अक्षांश रेखा व 0° देशांतर रेखा दोनों आपस में अटलांटिक महासागर काटती है।
- विषुवत रेखा / भूमध्य रेखा के उत्तरी भाग को उत्तरी गोलार्द्ध व दक्षिणी भाग को दक्षिणी गोलार्द्ध कहा जाता है।
भारत की नदियाँ व बाँध
- भारत की सबसे लंबी नदी गंगा नदी है (2525 Km.)
- गंगा नदी के बाएँ ओर से मिलने वाली सहायक नदियाँ - रामगंगा, गोमती, घाघरा, राप्ती, गंडक, कोसी, महानदी ।
- गंगा नदी के दाएँ ओर से मिलने वाली सहायक नदियाँ - यमुना, सोन, पुनपुन ।
- गंगा नदी की सर्वप्रमुख सहायक नदी - यमुना नदी ।
- गंगा नदी को बांग्लादेश में "पद्मा" के नाम से जाना जाता है। गंगा नदी व ब्रह्मपुत्र नदी की बांग्लादेश में संयुक्त शाखा "मेघना " के नाम से जानी जाती है।
- ब्रह्मपुत्र नदी को तिब्बत में "सांग्पो" के नाम से जाना जाता है।
- ब्रह्मपुत्र नदी की प्रमुख सहायक नदियाँ - दिहांग, दबांग, धनश्री, कालाश्री, तिस्ता व मानस है।
- तीस्ता नदी का उद्गम सिक्किम राज्य से होता है।
- ब्रह्मपुत्र नदी को बांग्लादेश में "जमुना" के नाम से जाना जाता है। • सिंधु नदी का उद्गम तिब्बत के पठार से होता है।
- सिंधु नदी की सहायक नदियाँ झेलम, चिनाब, रावी, व्यास, सतलज, श्योक, काबुल।
- सिंधु नदी पर "नीमू बाजगो" बाँध निर्माणाधीन है।
- झेलम नदी पर भारत व पाकिस्तान के मध्य विवादित "तुलबुल बाँध" जम्मू-कश्मीर में बना है।
- चिनाब नदी पर भारत व पाकिस्तान के मध्य विवादित "बगलिहार बाँध" जम्मू-कश्मीर में बना है।
- किशनगंगा नदी (झेलम नदी की सहायक नदी) भारत व पाकिस्तान के मध्य विवादित "किशनगंगा बाँध" जम्मू-कश्मीर में बना है।
- झेलम नदी के किनारे जम्मू-कश्मीर का श्रीनगर तथा जम्मू-कश्मीर में ही डल झील व वूलर झील स्थित है।
- गंगा नदी देवप्रयाग स्थान पर (उत्तराखण्ड राज्य में) भागीरथी व अलकनंदा नदियों के संगम से बनती है।
- भारत का सबसे ऊँचा बाँध "टिहरी बाँध " उत्तराखण्ड राज्य में भागीरथी व भिलंगाना नदी पर है।
- सिंधु नदी भारत के केवल लद्दाख केंद्र शासित प्रदेश से होकर प्रवाहित होती है।
- वर्ष 1960 का सिंधु नदी समझौता सिंधु, झेलम व चिनाब
नदियों के
- दक्षिण भारत की सबसे लंबी नदी गोदावरी नदी है।
- गोदावरी नदी को दक्षिण की गंगा व वृहत्त गंगा के नाम से जाना जाता है।
- नर्मदा व ताप्ती नदियाँ भ्रंश घाटी/दरार घाटी से होकर बहती है।
- नर्मदा नदी पर सरदार सरोवर परियोजना निर्मित है।
- ताप्ती नदी पर उकाई व काकरापार परियोजना निर्मित है।
- ताप्ती नदी पर गुजरात का सूरत नगर स्थित है।
- महानदी पर हीराकुण्ड व बालीमेला बाँध ओडिशा राज्य में स्थित है।
- महानदी पर ओडिशा का कटक व संबलपुर नगर स्थित है।
- कृष्णा नदी की सहायक नदियाँ कोयना, तुंगभद्रा, भीमा व मुसी है।
- ष्णा नदी पर आंध्रप्रदेश राज्य में श्रीसेलम व नागार्जुन सागर बाँध स्थित है।
- कृष्णा नदी का उद्गम महाराष्ट्र राज्य में महाबलेश्वर स्थान से होता है।
- महाराष्ट्र का नासिक नगर गोदावरी नदी के किनारे स्थित है।
- कावेरी नदी पर कर्नाटक राज्य में शिवसमुद्रम जलप्रपात स्थित है।
- शरावती नदी पर कर्नाटक राज्य में जोग गरसोपा महात्मा गाँधी जलप्रपात बना है यह भारत का सबसे ऊँचा जलप्रपात (253 मीटर ऊँचाई है।
- कावेरी नदी परियोजना - तमिलनाडु, कर्नाटक, केरल व पुडुचेरी के मध्य जल बँटवारे हेतु विवादित है।
- कोसी नदी को "बिहार का शोक" कहा जाता है।
- दामोदर नदी को "बंगाल का शोक" कहा जाता है।