जीवाश्म पी.डी.एफ. (PDF)
Fossils in Hindi PDF Download
जीवाश्म क्या हैं?
शब्द 'जीवाश्म' को प्राचीन जीवन के अवशेषों या लेश तत्वों
के रूप में परिभाषित किया जा सकता है जो प्राकृतिक प्रक्रियाओं द्वारा अवसादी
शैलों में परिरक्षित हो गए (चित्र 9. 3 ) । जीवाश्म प्राचीन जीवन के एक मात्र
प्रत्यक्ष प्रमाण को प्रदर्शित करते हैं। ये जीवों के परिरक्षित कंकालों, अस्थियों और
कवचों के रूप में पाए जा सकते हैं अथवा व्यवहारगत् क्रियाकलापों जैसे जीवों के
पथों ( tracks), पथचिन्हों (trails) और पदचिन्हों (foot prints) की परिरक्षित छापों के रूप में भी पाए जा
सकते हैं। जीवाश्म शब्द सामान्यतः उन जीवों के अवशेषा के लिए सीमित है जो हजारों
करोड़ वर्ष पूर्व मर गए थे। ये व्यापक रूप से स्वीकृत है कि शैलों में पाए गए 10,000 वर्ष पूर्व के अवशेष को भी जीवाश्म कहा जा सकता है। लेकिन 10,000 वर्ष से कम के जैविक अवशेष और जो आज भी जीवाश्मीभवन की
प्रक्रिया में है, उन्हें उपजीवाश्म (subfossil) कहते हैं
जीवाश्म विभिन्न साइज के होते हैं। ये एक
माइक्रोमीटर व्यास के सूक्ष्मजीवी जीवाणुओं से लेकर विशालकाय डाइनोसॉर अथवा वृक्ष
के अनेक मीटर लंबे जीवाश्म तनों तक के हो सकते हैं।
आपने पेट्रोलियम, कोयला और प्राकृतिक गैस के विषय में सुना
होगा ये सभी ऊर्जा के गैर- नवीकरणीय (non-renewable) स्रोत हैं और यह
सामूहिक रूप से जीवाश्मी ईंधन (fossil
fuels) कहलाते हैं। जीवाश्मी ईंधन भी प्राचीन
जीवों के जैविक अवशेषों से बनते हैं। इनमें कार्बन और हाइड्रोजन का उच्च प्रतिशत
रहता है और इसलिए ये सामान्यतः ईंधन के रूप में प्रयोग किए जाते हैं। इन्हें
जीवाश्म नहीं माना जाता है क्योंकि ये पूर्व जीवन के विषय में बहुत कम या कोई
जानकारी प्रदान नही करते हैं। कभी-कभी कोयले में प्राचीन पादपों की परिरक्षित तने, पत्तियां, जड़े और
कोशिकाएं निहित होती है, जिनकी एक निश्चित स्तर तक पहचान की जा सकती है।
शैल (rocks) तीन प्रकार के होते हैं: आग्नेय (igneous), अवसादी (sedimentary)
| और कायांतरित ( Metamorphic) | इन शैलों में से
सिर्फ अवसादी शैल जो अवसाद / तलछट (बालू, पंक, मृत्तिका) को नदियों और सरिताओं के द्वारा
महासागरों और | अन्य जलाशयों में लाया जाता और वहां पर यह परत दर परत जमा किए
जाने की मंद | प्रक्रिया द्वारा बनते हैं, और इन में जीवाश्मों को काफी हद तक
परिरक्षित करने की क्षमता होती है। जबकि आग्नेय और कायांतरित शैलों में जीवाश्मों
को परिरक्षित करने की संभावना बहुत कम या नहीं होती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि
आग्नेय शैल की उत्पति पृथ्वी के पटल के नीचे पिघले हुए गरम पदार्थ से होती है और
स्वभाविक रूप से इतना उच्च तापमान जीवों के परिरक्षण के लिए उपयुक्त नहीं है।
कायांतरित शैल जो पूर्व में | मौजूद शैलों के सघन वलन (folding) और पुनःक्रिस्टलीकरण (re-crystallisation) द्वारा बनते हैं और नई सामग्री निर्मित करने की प्रक्रिया में
जैविक अवशेषों को नष्ट कर देती है।
जीवाश्म पी.डी.एफ. विषय सूची (Fossils in Hindi PDF Download)
जीवाश्मों के
प्रकार
देह जीवाश्म (body fossils
अनुरेख जीवाश्म (trace fossils)
रासायनिक जीवाश्म
(chemical fossils)
कूट जीवाश्म ( pseudofossils)
स्थूल जीवाश्म (Macrofossils) :
सूक्ष्म जीवाश्म
(Microfossils) :
सूचक जीवाश्म (Index fossils)
जीवित जीवाश्म (Living fossil)